🌞वाराणसी --मोक्ष का द्वार !!🕉️🔱Why Varanasi A Sacred Place?🤷🏻‍♂️🕉️

दोस्तों आपने हमारे पिछले ब्लॉग में वनारस में स्थित रतनेश्वर महादेव मंदिर के बारे में जाना और साथ ही ये भी जान लिया होगा की हमारे देश में ऐसी अद्भुत कलाकृतियों की कमीं नहीं है | आपने वनारस और वहाँ के मंदिरों के बारे में तो सुना ही होगा  

क्या आपने कभी सोचा है आखिर वाराणसी को हमारे धर्म में इतना महत्व क्यों दिया गया है?हम भारतीय वनारस को स्वयं महादेव से जोड़ते है | 

लेकिन क्या आप वनारस को इतने पवित्र स्थान मानने के पीछे की रोचक कहानी को जानते   है

अगर नहीं तो आज हम इसके बारे में जरूर जान लेंगे |  

वाराणसी के इतिहास से ही हमारे धर्म में इसके महत्व का पता चलता है। स्वयं भगवान शिव ने इस शहर को खोजा था | वाराणसी को -घाटों का शहर भी कहा जाता है क्योकिं वाराणसी में बहुत सी प्रसिद्ध घाट है|  

ऋग्वेद मेंवाराणसी शहर को काशी कहा गया है। काशी शब्द का अर्थ "चमकने वाला हैइसलिए को प्रकाश का शहर भी कहा जाता है

वनारस शहर गंगा के दो सहायक नदियाँ - वरुणा (उतरी वाराणसी ) और अस्सी (दक्षिणी भाग ) से घिरा हुआ है। हिंदू पुरानों के अनुसारवाराणसी शहर की स्थापना भगवान शिव ने की थी।

 ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान ब्रह्मा को अपनी शक्ति पर अभिमान हो गया और उन्होंने कहा कि कोई भी उनसे सर्वोच्च नहीं है।  तब चारों वेदों --ऋग्वेद-यजुर्वेद-सामवेद-अथर्ववेद ने उत्तर दिया कि भगवान शिव परम सर्वोच्च शक्ति हैं।

 यह सुनकर भगवान ब्रह्मा ,भगवान विष्णु और भगवान शिव पर हंस पड़े।  ब्रह्माजी  का यह मनोभाव देखकर महादेव को अत्यधिक क्रोध आया और इस क्रोध के कारण एक दिव्य शक्ति -कालभैरव के रूप का निर्माण हुआ। काल भैरव ने भगवान ब्रह्मा के 5 वें सिर को काट दिया। 


भगवान शिव ने कालभैरव को आदेश दिया की वह विभिन्न तीर्थ स्थानों पर जाएं, परन्तु ब्रह्महत्या का पाप उनका पीछा ना छोड़ा | लेकिन "काशी 'पहुँचते ही  ब्रह्माजी  का सिर  जमीन पर गिर गया।

 उसी स्थान को कपाल मोचन तीर्थ या "मोक्ष पुरी" कहा जाता है।

माना जाता है कि काल भैरव वाराणसी के कोतवाल  हैं और जो कोई भी इस शहर में रहना चाहता हैउसे उनकी अनुमति लेनी होती है। काल भैरव अपने भक्तों की सभी समस्याओं से सदैव  रक्षा करते हैं।

 महाभारत से जुड़ी एक अन्य कथा यह है की कुरुक्षेत्र में किये गए अपने पापों के प्रायश्चित के लिए पांडवों ने भगवान शिव की खोज में वाराणसी शहर का दौरा किया था।

 मोक्ष के लिए सात पवित्र शहरों में से एक  वाराणसी भी है |                                                 अयोध्यामथुराबोधगयाकाशीकांचीअवंती और द्वारिका।     

 वाराणसी कई घाट और मंदिरे  है। दशाश्वमेध घाटपंचगंगा घाटमणिकर्णिका घाटअस्सी घाट और हरिश्चंद्र घाट वाराणसी के कुछ लोकप्रिय घाट हैं।

 वाराणसी में करीब 20,000 मंदिर है ,उनमे से काशी विश्वनाथ मंदिर,संकट मोचन हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर बहुत प्रसिद्ध है | 


  काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित ,सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक हैजो पवित्र शिव मंदिर हैं।

                                              हर हर महादेव!🙏🙏

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