दोस्तों बचपन में आपने जब भी आसमान में हवाई जहाज को जाते देखा होगा तो यह बात तो जरूर आपके मन में आयी होगी की जिसने भी ये काम किया है ओ कितना विद्यबान होगा |
हम जैसे जैसे बड़े होते गए हमे ये बताया गया कि WRIGHT BROTHERS ने ही पहली बार 17 DECEMBER 1903 में किसी मानव द्वारा बनाये गए यंत्र में बैठ कर उड़ान भरी थी | पर क्या यह पूरी तरह सत्य है की इनसे पहले क्या किसी ने हवाई जहाज नहीं बनाई ,मुझे मालुम है की आप कहेंगे की यही सच है|
लेकिन मैं कहूंगा नहीं ,आपको तो कभी सत्य बताया ही नहीं गया ,आज मैं आपको एक ऐसे भारतीय के बारे में बताना जा रहा हूँ जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे |
उस महान भारतीय व्यक्ति का नाम था शिवकर बापूजी तलपदे (shivkar Bapuji Talpade)
बापूजी के इस कार्य को ऐसे हज़ारो लोगो के समक्ष उस उड़ाया , हैरियत की बात तो यह है की बापूजी खुद उस विमान में नहीं बैठे थे ,उन्होंने उस समय बिना चालक द्वारा संचलित विमान बना दिया था |
इस अद्भुत कार्य को देखकर सभी ने बापूजी को आर्थिक सहायता देने का अस्वासन दिया ,पर नियति में तो कुछ और लिखी हुई थी | उस समय के इंग्लैंड की एक कंपनी रैली ब्रदर्स (RALLY BROTHERS) ने बापूजी से उन सारे की डिजाईन को यह कहकर ले लिया की वे इस इस प्रोजेक्ट में निवेश करेंगे , किन्तु वे इंगलैंड जाकर समझौते भूल गए |
कुछ समय बाद ये डिजाईन राइट ब्रदर्स (WRIGHT BROTHERS) के हाथ आ गए और ओ दोनों इसी डिज़ाइन के जरिये एयरोप्लेन बना डाला ,और आज पूरा विश्व उन्ही को एयरोप्लेन (AEROPLANE) का आविष्कारक मानती है |
शिवकर बापूजी एक छोटी से गलती क कारण इतिहास क पन्नो में ही सिमटकर रह गए |
क्या यह एक एस्ट्रोनॉट है ?
0 Comments
If you have any doubt, let me know